पूर्णमल (पं. लख्मीचन्द)

किस्सा पूर्णमल स्यालकोट में राजा सलेभान राज करते थे। राजा ने शादी होने के बाद भी कोई सन्तान पैदा नहीं हुई। राजा के बाग तथा कुएं सूख गये। भगवान की कृपा से उनके बाग में गुरू गोरखनाथ आये। जिनके पदार्पण से कुएं में पानी तथा बाग में फूल व हरियाली लौट आई। माली फूलों की डालियां लेकर राजा के यहां पेश हुआ, और कहा कि महाराज आपके बाग में ऐसा तपस्वी आया हुआ है जिसके आने से कुएं के अन्दर […]

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