kavi mehar singh

अंजना-पवन (फौजी मेहर सिंह)

किस्सा अंजना-पवन एक समय की बात है रतनपुरी नगरी में राजा विद्यासागर राज किया करते। उनकी रानी का नाम केतुमती था। इनका पुत्र पवन एक शूरवीर योद्धा था। पवन रंग का सांवला था परन्तु उसकी शोर्यगाथा सभी रियासतों में फैली हुई थी। महेन्द्रपुर नगरी के राजा महेंद्र सिंह की लड़की अंजना पवन की हमउम्र थी और वह पवन के शोर्य से प्रभावित थी। अंजना की माँ हृदवेगा अंजना के विवाह के लिए अलग अलग राज्यों के राजकुमारों के फोटो मंगवा […]

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जाट मेहर सिंह

जाट मेहर सिंह एक अनुमान के अनुसार उनका जन्म 15 फरवरी 1918 को बरोणा तहसील-खरखौदा (जिला-सोनीपत) हरियाणा में नंदराम के घर हुआ। चार भाइयों भूप सिंह, मांगेराम, कंवर सिंह व एक बहन सहजो में वह सबसे बड़े थे। परिवार की माली हालत के चलते पढऩे में होशियार होने के बावजूद वे तीसरी जमात से आगे नहीं पढ़ सके। पढ़ाई छूट जाने के कारण वे पशु चराने व कृषि कार्यों में हाथ बंटाने लगे। घर में रागनी पर पाबंदी होने के

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